गर्भधारण के पश्चात पहला सोनोग्राफी कब और क्यों कराएं ?

प्रश्न : 
गर्भधारण के पश्चात पहला सोनोग्राफी कब और क्यों कराएं ?

उत्तर :
गर्भधारण के पश्चात पहला सोनोग्राफी अमूमन ६-८ हफ्ते बाद यानि कि मासिक धर्म ऊपर जाने के  डेढ़ से दो महीने बाद करने की सलाह दी जाती है।
-इस सोनोग्राफी में जो सबसे अहम बात पता चलती है वो यह है की, भ्रूण में दिल की धड़कन आ गयी है या नहीं।
-दूसरी महत्व की बात यह है की भ्रूण की जगह गर्भाशय  में सही जगह हो।


ध्यान देने योग्य बात 
गर्भधारण की शुरुआत फैलोपियन टूब नाम की नलकी जो की गर्भाशय से जुडी है , उसमें होती है।
बाद में यह भ्रूण गर्भाशय में आ अपना स्थान ग्रहण करता है।





प्रश्न : 
क्या इतनी जल्दी सोनोग्राफी करने से बच्चे को कोई नुकसान होगा।

उत्तर :

वैज्ञानिकों ने कई तरह के प्रयोग करने के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि सोनोग्राफी सम्पूर्णतः सुरक्षित प्रक्रिया है।

लेखिका 
डॉ हिमानी गुप्ता
स्त्री रोग तज्ञ
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गर्भधारण के पश्चात पहला सोनोग्राफी कब और क्यों कराएं ? गर्भधारण के पश्चात पहला सोनोग्राफी कब और क्यों कराएं ? Reviewed by Dr Himani Gupta,Gynecologist,Kharghar,Navi Mumbai on 00:29 Rating: 5

2 comments:

  1. This is good & helpful information for every pregnant women. Good job, keep it up!

    Gynaecologist in Chandigarh

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  2. Nice blog, informative blog. Thanks for sharing such great post.
    Dr Sujata Rathod Gynecologist Thane

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